आज की तेज़-तर्रार दुनिया में चिंता (Anxiety) और अवसाद (Depression) आम मानसिक समस्याएं बन गई हैं। जबकि दवाइयाँ और थेरेपी लाभकारी हैं, अब लोग प्राकृतिक उपचार जैसे योग और वैदिक उपचार की ओर लौट रहे हैं।
चिंता और अवसाद क्या है?
- चिंता: अत्यधिक डर, बेचैनी, और अस्थिरता की भावना।
- अवसाद: उदासी, निराशा, थकान और जीवन से दूरी।
ये सिर्फ मानसिक नहीं, बल्कि ऊर्जा और आत्मा से भी जुड़े असंतुलन हैं।
योग कैसे उपचार करता है?
1. प्राणायाम (श्वास अभ्यास)
- अनुलोम-विलोम और भ्रामरी से मानसिक शांति मिलती है।
- तनाव हार्मोन कम होते हैं।
2. आसन (योग मुद्राएँ)
- बालासन, विपरीत करणी और शवासन से मन शांत होता है।
- शरीर के ऊर्जा केंद्र संतुलित होते हैं।
3. ध्यान और मंत्र
- “ॐ” जप और ध्यान से आत्म-विश्वास और संतुलन बढ़ता है।
- नकारात्मक विचार कम होते हैं।
4. सात्त्विक आहार
- ताजा, हल्का और शुद्ध भोजन मन को प्रसन्न करता है।
- तामसिक भोजन त्यागने से मानसिक स्पष्टता आती है।
5. नियमित दिनचर्या
- ब्रह्ममुहूर्त में उठना और ध्यान करने से सकारात्मकता बढ़ती है।
वैदिक माइंड हीलिंग की विशेषता:
- गीता आधारित योग परामर्श
- पंचकोश चिकित्सा
- मानसिक व शारीरिक संतुलन का मार्गदर्शन
- हर व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत योजना
क्लाइंट अनुभव
“मैंने 21 दिन की थेरेपी में चिंता की दवाइयाँ छोड़ दी।” – रीता, मुंबई“मेडिटेशन से डिप्रेशन से बाहर आ पाया, बिना किसी साइड इफेक्ट के।” – अमित, दिल्ली
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